सब वेज बास्केट एप से मात्र दो सौ रुपये में घर पहुंचेगी न्यूट्रेशन की टोकरी
सब वेज बास्केट एप से मात्र दो सौ रुपये में घर पहुंचेगी न्यूट्रेशन की टोकरी
संवादाता, स्तंभ न्यूज : आज के भाग दौड़ भरी जिंदगी के बीच आपके न्यूट्रिशन एवं पौष्टिक आहर की कमी को दूर करने का बीड़ा उठाया है कृषि उद्यमी पंकज सिंह ने। बस एक क्लिक करते ही घर में न्यूट्रिशन युक्त ताजी-हरी सब्जियां पहुंच जाएंगी वह भी बाजार के कम कीमत पर। यह सहूलियत माई वेज बास्केट एप के माध्यम से पेटरवार की कृषि संस्थान एग्रोबीज किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से लोगों के किचन में खेत से तोड़ी
गईं सब्जियां मात्र सात घंटे के अंदर पहुंचाने की शुरुआत की है। यदि आप
ताजी-हरी सब्जियां खाने के शौकीन हैं। मंडी जाने के बाद भी आप को हरी-ताजी
सब्जियां नहीं मिलतीं, तो निराश होने की आवश्यकता नहीं है। आप वेज बास्केट एप पर ऑर्डर करके घर बैठे ही ताजी सब्जियां मंगा सकते हैं। इस एप
के जरिये शुरुआती दौर में रांची एवं जमशेदपुर के लोगों को ताजी सब्जियां
मिल रही हैं। पेटरवार, कसमार व गोमिया प्रखंड के किसानों के खेत में उपजी
सब्जियों को पैकेजिंग, ग्रेडिंग व शाॅर्टिंग कर गंतव्य तक पहुंचाने का सारा कार्य संस्था से जुड़ी महिलाओं के द्वारा किया जाएगा।
किसी भी रसायन का नहीं किया जाता उपयाेग : किसान पंकज सिंह ने बताया कि उनकी संस्था कृषि संस्थान एग्रोबीज किसान उत्पादक संगठन से पेटरवार, कसमार व गोमिया प्रखंड के अलावा रांची व बोकारो के भी करीब तीन सौ किसान प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं, जो गुड एग्रीकल्चर प्रैक्टिस (जीएपी) कर नॉन टॉक्सिन सब्जियों का उत्पादन करते हैं। इसके अलावा ग्राहकों के मांग के अनुसार उत्पादन किया जाएगा। एप के माध्यम से लोगों के घरों में खेत से तोड़कर सीधे तौर पहुंचाई जाने वाली सब्जियों में किसी भी रसायन का उपयाेग नहीं किया जाता। लोगों के घरों में भेजे जाने वाले बास्केट को इस तरह डिजाइन किया गया है जिसमें ग्राहकों का पोषक तत्व एवं न्यूट्रिशन पूरा हो सके।
ग्राहकों
को दिए जाते दो तरह के बास्केट : पंकज सिंह के अनुसार ग्राहकों को दो तरह
के बास्केट दिए जाते हैं, जिनमें एक साप्ताहिक व दूसरा प्रतिदिन के लिए
होता है। साप्ताहिक बास्केट में आलू, प्याज, लहसुन व अदरक का बंच रहता है,
जिसकी कीमत 300 रुपये। दूसरे बास्केट में प्रतिदिन के हिसाब से हरी
सब्जियां होंगी। उसमें खीरा, टमाटर, नींबू, धनिया पत्ती, हरी मिर्च,
चुकंदर, गाजर, मूली रोजाना एवं दो मौसमी सब्जी तथा विशेष कृषि उत्पादित
सब्जी होगी। जिसकी कीमत 200 रुपये होगी। दोनों बास्केट पांच-पांच किलो का
होगा। अबतक करीब एक हजार कस्टमर एप से जुड़ चुके हैं, जिनके घरों में बास्केट के माध्यम से सब्जियां पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
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