जलस्तर बढ़ने से तेनु डैम के खोल दिए गए दो गेट
जलस्तर बढ़ने से तेनु डैम के खोल दिए गए दो गेट
स्तंभ
न्यूज, संवाददाता : पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण जलाशय का
जलस्तर बढ़ जाने से बेरमो अनुमंडल स्थित तेनु डैम के दो रेडियल गेट (ऊपरी
फाटक) गुरुवार की दोपहर लगभग दो बजे खोल दिए गए। इससे पहले बांध प्रमंडल की
ओर से दामोदर नदी किनारे स्थित औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधन सहित
प्रशासनिक पदाधिकारियों को सूचित कर दिया गया था। साथ ही दामोदर नदी के
किनारे रहने वाले लोगों को सचेत किया गया था कि नदी व तट पर न जाएं।
क्योंकि नदी के तेज बहाव की चपेट में आने का खतरा है। एक साथ दो गेट खुले
रहने के कारण इस डैम से जुड़ी दामोदर नदी में उफान आ गया है। तेनु डैम से
प्रति सेकेंड 6751.56 हजार क्यूसेक पानी दामोदर नदी में प्रवाहित हो रहा
है। इस कारण दामोदर नदी का जलप्रवाह फिलहाल बढ़कर लगभग 191.37 क्यूबिक मीटर
हो गया है। बांध प्रमंडल तेनुघाट के नोडल पदाधिकारी अभिषेक पाल ने अलर्ट
जारी करते हुए बताया कि निरंतर हो रही बारिश के कारण डैम के जलाशय के
जलस्तर में काफी तीव्रता से वृद्धि हो रही है। फिलहाल तेनु डैम के जलाशय
में 853.90 फीट पानी जमा हो गया है, जिसे कम करने के लिए डैम के दो रेडियल
गेट फिलहाल खोले गए हैं। यदि शुक्रवार की सुबह तक जलाशय में पानी की वृद्धि
कम नहीं हुई तो इस डैम के और भी रेडियल फाटक खोले जा सकते हैं।
नोडल पदाधिकारी ने बताया कि तेनु डैम में कुल 18 गेट हैं। उनमें 10 रेडियल और आठ अंडर सुलिइस गेट यानी नीचे के फाटक शामिल हैं। तेनु डैम के जलाशय में पानी स्टोरेज करने की क्षमता 852 फीट है। जबकि 882 फीट पानी जमा हो जाना खतरनाक माना जाता है। इसलिए अधिक से अधिक 852 फीट ही पानी स्टोरेज किया जाता है।
नोडल पदाधिकारी ने बताया कि तेनु डैम में कुल 18 गेट हैं। उनमें 10 रेडियल और आठ अंडर सुलिइस गेट यानी नीचे के फाटक शामिल हैं। तेनु डैम के जलाशय में पानी स्टोरेज करने की क्षमता 852 फीट है। जबकि 882 फीट पानी जमा हो जाना खतरनाक माना जाता है। इसलिए अधिक से अधिक 852 फीट ही पानी स्टोरेज किया जाता है।
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